हाय रे पिलानी

                     हाय रे पिलानी 

 हाय रे पिलानी  वोयहोय  रे पिलानी 
बीटीटीआई इसकी पोती 
बीच मै माँ बीकेबीआईटी 
बिट्स है इनकी नानी 

बिरला के नाम का दबदबा है 

हर  नुकड़ पर बिरला के नाम का स्कूल खुला है 
वाह  क्या जरिया पाया 
हमने लोगो ने भी खूब   कमाया 
  
पिलानी मै है रेतीली मिटी 
गरमियो मे गरम हवाये लू  सर सर चलती 
बरसात मे गढ़े  मिलते ओर उनमे पानी
हाय रे पिलानी वोयहोय  रे पिलानी

पिलानी आया बिरला  जी के भरोसे
सोये भाग्य मेरे भी जग गये
अबतों कुछ नहीं समझना ,चाहे सर के  उपर जाये पनि
हाय  रे पिलानी  वोयहोय रे पिलानी !
                                              "केदार सिंह"
                                               म्यारों पहाड़ !


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