अब डर लगता है


प्यार काे बदनाम कर दीया
इन जिस्म के शाैदागराे ने
प्यार करना भी अब डर लगता है!

जब सुनी ! जिस्म की शाैदागराे की खबर 
कान सुन हाे गऐ ़ कुछ समय ह्रदय थम सा जाता है 
प्यार करना भी अब डर लगता है! 

प्यार करना चाहती हूँ! पर भराेसा कीस पर करु
प्यार दील मे एक खाैफ बन रह जाता है 
प्यार करना भी अब डर लगता है!

सुनी थी! लैला मजनु की कहानिया कीताबाें मे
वाे अब अच्छी नही लगती
प्यार एक काेरा पन्ना बन रह गया है
प्यार करना भी अब डर लगता है।  ~केदार सिह~।

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